बच्चों के लिए 10 lines short stories with moral in Hindi एक अद्भुत तरीका है उनके नैतिक मूल्यों को सिखाने का। ये संक्षिप्त कहानियाँ न केवल मनोरंजक होती हैं, बल्कि इन्हें पढ़कर बच्चे विभिन्न जीवन पाठ भी सीखते हैं। सरल भाषा में लिखी गई ये कहानियाँ छोटे बच्चों के लिए समझने में आसान होती हैं और हर कहानी में एक महत्वपूर्ण नैतिक संदेश छिपा होता है। ये नैतिक शिक्षा बच्चों को जिम्मेदारी, मित्रता, धैर्य और ईमानदारी जैसे गुणों के महत्व को समझाने में मदद करती हैं।
Story 1: हाथी और चूहे
एक बार एक हाथी जंगल के पास से गुजर रहा था।
उसने देखा कि चूहे अपना छोटा सा घर बना रहे हैं।
हाथी ने मजाक उड़ाते हुए कहा, “इतने छोटे घर से क्या होगा?”
चूहों ने कहा, “हमारे लिए ये घर काफी है।”
कुछ दिनों बाद भारी बारिश आई और बाढ़ आ गई।
हाथी का बड़ा घर भी पानी में डूब गया।
चूहे के घर में पानी नहीं भरा क्योंकि वह ऊंचाई पर था।
हाथी ने आश्चर्य से कहा, “तुम्हारा घर तो बच गया!”
चूहों ने मुस्कुराते हुए कहा, “सोच-समझकर काम करने से फायदा होता है।”
हाथी ने माना कि छोटा भी उपयोगी हो सकता है।
मूल्य: सोच-समझकर काम करने से बड़ी समस्याओं से बचा जा सकता है।
Story 2: गिलहरी और मोर
एक सुंदर जंगल में गिलहरी और मोर दोस्त थे।
मोर के रंग-बिरंगे पंखों को देखकर गिलहरी को ईर्ष्या होती थी।
एक दिन गिलहरी ने मोर से कहा, “काश मेरे पास भी तुम्हारे जैसे सुंदर पंख होते।”
मोर ने मुस्कुराते हुए जवाब दिया, “हर किसी की अपनी विशेषता होती है।”
एक दिन जंगल में तेज़ आंधी आई।
मोर के भारी पंखों की वजह से उसे उड़ने में कठिनाई हुई।
गिलहरी ने अपने हल्के शरीर से जल्दी पेड़ पर चढ़कर खुद को सुरक्षित कर लिया।
आंधी के बाद, मोर ने गिलहरी से कहा, “तुम्हारी फुर्ती ही तुम्हारी ताकत है।”
गिलहरी ने समझा कि हर किसी की अपनी खासियत होती है।
अब वह अपने आप से खुश थी।
मूल्य: अपनी विशेषताओं की कद्र करनी चाहिए।
Story 3: कछुआ और चिड़िया
एक बार कछुआ और चिड़िया में दोस्ती हो गई।
चिड़िया ने कछुए से कहा, “तुम बहुत धीरे चलते हो, ऐसे कैसे मंजिल तक पहुँचोगे?”
कछुआ मुस्कुराकर बोला, “धीरे ही सही, पर मैं कभी हार नहीं मानूंगा।”
चिड़िया ने सोचा कि कछुआ नहीं जीत पाएगा।
कुछ दिनों बाद, चिड़िया को एहसास हुआ कि कछुआ बिना रुके आगे बढ़ता जा रहा है।
अंत में कछुआ मंजिल तक पहुँच गया।
चिड़िया ने उसकी मेहनत और धैर्य की तारीफ की।
मूल्य: धैर्य और निरंतर प्रयास से हम सफलता पा सकते हैं।
Story 4: चतुर खरगोश और शिकारी
एक बार एक जंगल में एक चतुर खरगोश रहता था।
एक दिन शिकारी ने उसे पकड़ने के लिए जाल बिछाया।
खरगोश ने जाल को देख लिया और सोचने लगा।
उसने पास के पेड़ से गिरे पत्तों को इकट्ठा किया।
खरगोश ने पत्तों से जाल को ढक दिया ताकि शिकारी को नज़र न आए।
कुछ देर बाद, शिकारी आया और सीधे जाल पर चला गया।
शिकारी खुद जाल में फंस गया और मदद के लिए चिल्लाने लगा।
खरगोश दूर से हंसता हुआ भाग गया।
उसने अपनी समझदारी से खुद को बचा लिया।
शिकारी ने समझा कि चालाकी से जीतने वाला हमेशा ताकतवर नहीं होता।
मूल्य: समझदारी और बुद्धिमानी से मुश्किलें हल की जा सकती हैं।
Story 5: चींटी और कबूतर
एक दिन एक चींटी पानी पीने के लिए नदी के किनारे गई।
अचानक उसका पैर फिसला और वह पानी में गिर गई।
वह डूबने लगी और मदद के लिए चिल्लाई।
पास के पेड़ पर बैठा एक कबूतर यह सब देख रहा था।
कबूतर ने जल्दी से एक पत्ता तोड़ा और चींटी के पास फेंक दिया।
चींटी उस पत्ते पर चढ़कर बच गई।
कुछ दिनों बाद, एक शिकारी ने कबूतर को पकड़ने के लिए जाल बिछाया।
चींटी ने शिकारी के पैर में जोर से काट लिया।
शिकारी का ध्यान भटक गया, और कबूतर उड़ गया।
कबूतर ने चींटी को धन्यवाद दिया, और दोनों अच्छे दोस्त बन गए।
मूल्य: दूसरों की मदद करने से खुद की भी मदद होती है।
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